Credit Card का बिल ड्यू डेट पर भरना भूल गए? RBI के नए नियमों से अब पेनल्टी पर मिलेगी राहत

Credit Card Late Fees

Credit Card Late Fees

नई दिल्ली: Credit Card Late Fees: अगर आप क्रेडिट कार्ड होल्डर हैं और उसकी लेट फीस से परेशान हैं? तो अब आपको राहत देने वाली खबर सामने आई है. दरअसल, RBI की क्रेडिट कार्ड से जुड़ी नई गाइडलाइंस के तहत 2025 में लेट फीस पर बड़ा बदलाव हुआ है. इससे क्रेडिट कार्ड करने वाले यूजर्स को काफी फायदा होगा.

नई नियमों के मुताबिक बैंक कार्डहोल्डर्स से मोची लेट फीस वसूलते हैं. हालांकि, अब वे ऐसा नहीं कर सकेंगे, क्योंकि अब ये शुल्क सीमित और पारदर्शी होंगे. इतना ही नहीं कार्ड होल्डर्स को पेमेंट के बाद कम से कम 3 दिनों का ग्रेस पीरियड भी मिलेगा, जिसके भीतर पेमेंट करने पर लेट फीस नहीं देनी होगी. इसके अलावा लेट फीस की रकम बकाया राशि के अनुपात में तय होती है, ताकि अनुचित या अधिक फीस न ली जा सके.

लेट फीस सीमा और ट्रांसपेरेंसी में बढ़ोतरी

नियमों के मुताबिक बैंक अब लेट फीस चार्ज करने से पहले ग्राहकों को सूचना देंगे. साथ ही फीस में किसी भी बदलाव की जानकारी एक महीने पहले देनी होगी. इसके साथ ही ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की सुरक्षा बढ़ाने के लिए दो-फैक्टर ऑथेंटिकेशन अनिवार्य किया गया है.

इन बदलावों का उद्देश्य क्रेडिट कार्डहोल्डर्स को अनावश्यक शुल्क और दंड से बचाना. साथ ही उनकी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करना है. इन नियमों का लाभ उठाकर ग्राहक लेट फीस से बच सकते हैं और बेहतर भुगतान अनुशासन बना सकते हैं.

पेमेंट में सरलता और सुरक्षा

इन नए नियमों से भारतीय कार्डधारकों को फाइनेंशियल प्रेशर से राहत मिलने की उम्मीद है. इससे क्रेडिट स्कोर सिक्योरिटी भी मजबूत होगी. इस बदलाव से लाखों भारतीयों को अपने क्रेडिट कार्ड का सही और किफायती इस्तेमाल करने में मदद मिलेगी.

लेट फीस से कैसे बचें?

ग्राहकों को सुझाव दिया गया है कि वे अपने क्रेडिट कार्ड बिल नियमित जांचें, समय पर मिनिमम राशि या फुल पेमेंट करें और अगर संभव हो तो ऑटो पेमेंट सेट करें. इससे लेट फीस नहीं लगेगी और उनका क्रेडिट स्कोर भी अच्छा रहेगा.

RBI के ये बदलाव क्रेडिट कार्ड यूजर्स के लिए कम खर्चीले और सुरक्षित वित्तीय विकल्प तैयार करते हैं, जिससे वे लेट फीस के बोझ से बच सकते हैं और अपने खर्चों को बेहतर ढंग से मैनेज कर सकते हैं.